परमपूज्य स्वामी विवेकानंद जी (जन्म 12 जनवरी 1863 ई.) भारत के महान योगी, दार्शनिक और समाज सुधारक थे। 🙏✨ वे रामकृष्ण परमहंस के प्रमुख शिष्य और आधुनिक भारत में वेदांत और योग के प्रचारक माने जाते हैं। स्वामी विवेकानंद ने युवाओं, समाज और राष्ट्र के लिए जीवन को आदर्श बनाने का संदेश दिया। 🕉️📿
परमपूज्य स्वामी विवेकानंद जी का जन्म कलकत्ता (अब कोलकाता) में नरेंद्रनाथ दत्त नामक परिवार में हुआ। 👶🌸 बचपन से ही उनका मन ज्ञान, धर्म और सेवा में लगा रहा। वे बहुत ही तेजस्वी, धर्मप्रिय और दार्शनिक विचारों वाले थे। किशोरावस्था में ही उन्होंने समाज सुधार और आध्यात्मिक चिंतन में रुचि दिखाना शुरू कर दिया। 🙏✨
परमपूज्य स्वामी विवेकानंद जी ने रामकृष्ण परमहंस के दर्शन और उपदेशों को जीवन में अपनाया। ✨📖 उन्होंने युवाओं में जागरूकता, आत्मविश्वास और राष्ट्रप्रेम का संदेश फैलाया। उनका उद्देश्य था कि प्रत्येक व्यक्ति अपने भीतर छिपी शक्ति और आत्मज्ञान को पहचाने। 🌸🕊️
परमपूज्य स्वामी विवेकानंद जी की प्रमुख रचनाएँ और भाषण हैं – व्याख्यान, पत्र और 'रिलिजन इन इंडिया'। उन्होंने 1893 में शिकागो विश्व धर्म महासभा में भारत और वेदांत का संदेश दुनिया के समक्ष रखा। उनके विचार आज भी युवाओं और समाज के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। ✨📿🪔
परमपूज्य स्वामी विवेकानंद जी का जीवन हमें यह सिखाता है कि ज्ञान, भक्ति, आत्म-विश्वास और सेवा से ही जीवन का उद्देश्य पूर्ण होता है।
✨ "उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति न हो" ✨
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हर सनातनी वेदांती का कर्तव्य है कि स्वामी विवेकानंद के उपदेशों और संदेश को अपनाकर समाज में जागरूकता, भक्ति और सेवा का दीप जलाए। 🪔