वीडियो शीर्षक:वेदांती बनिए - राष्ट्र और शक्ति की सेवा में अपने कर्तव्यों को निभाएं।
विवरण: मैं मृत्युंजय वेदांती , परब्रह्म के दिव्य आदेश से, सम्पूर्ण भारत के प्रत्येक सनातनी को पुकारता हूँ! उठो, जागो और वेदांती पथ पर अग्रसर हो जाओ।यह पथ साहस का है, यह पथ धर्म का है, यह पथ शक्ति और आत्मबल का है। आओ मिलकर संकल्प लें कि हम अपने जीवन को धर्म, समाज कल्याण और राष्ट्र सेवा के लिए समर्पित करेंगे। अपनी आत्मा की अग्नि प्रज्वलित करो, साहस को अपना अस्त्र बनाओ और धर्म, राष्ट्र तथा समाज कल्याण के पवित्र कार्यों में मेरे साथ कंधे से कंधा मिलाकर जुड़ जाओ।
वीडियो शीर्षक: कलावा बांधना-अंधविश्वास या सनातन विज्ञान? सच क्या है?
विवरण:क्या कलावा बांधने का आधार सिर्फ धार्मिक है या इसके पीछे सनातन विज्ञान काम कर रहा है। सनातन विज्ञान ने ऐसे बहुत से कार्य किए हैं जिनका समय-समय पर आधुनिक विज्ञान के माध्यम से सत्यता का प्रमाण मिलता रहता है। हमें अपने पूर्वजों के ज्ञान पर संदेह करने के बजाय उनके पीछे छिपे कारणों को जानना चाहिए। मेरा प्रयास है कि आप लोगों को प्राचीन विज्ञान से परिचित कराऊँ।
वीडियो शीर्षक: व्रत (उपवास), सनातन धर्म का विज्ञान या अंधविश्वास — इसकी सच्चाई क्या है?
विवरण:व्रत का अर्थ होता है किसी विशेष उद्देश्य या आस्था के साथ खान-पान या अन्य दैनिक गतिविधियों में संयम रखना। यह धार्मिक अनुष्ठान प्राचीन समय से सनातन धर्म और अन्य संस्कृतियों में प्रचलित रहा है।हमें समझना है कि क्या यह किसी वैज्ञानिक आधार, प्रमाण या तर्क पर आधारित है?
वीडियो शीर्षक: काली बिल्ली का रास्ता काटना: शुभ या अशुभ?
विवरण: आधुनिक विज्ञान और तर्क के आधार पर, काली बिल्ली का रास्ता काटना सिर्फ एक संयोग है और इसका किसी भी प्रकार के शुभ या अशुभ घटनाओं से कोई संबंध नहीं है।
वीडियो शीर्षक: मुहूर्त का व्यक्ति पर प्रभाव- सच या मिथक?
विवरण: मुहूर्त सनातन संस्कृति का हिस्सा रहा है, परंतु हर काम के लिए मुहूर्त पर निर्भर रहना उसी सनातन परंपरा का अपमान है। आइए समझते हैं इसके पीछे का सत्य क्या है।
वीडियो शीर्षक: घर से निकलते समय विधवा या बांझ महिला का दिखना अशुभ है? सच क्या है?
विवरण: विधवा या बाँझ स्त्री को देखना अशुभ कैसे, जबकि पुरुष पर यह बात लागू न हो? अगर पति के मरने से स्त्री अशुभ हो जाती है, तो पत्नी के मरने पर पुरुष को अशुभ क्यों न कहा जाए?
वीडियो शीर्षक: रात को झाड़ू लगाने से माता लक्ष्मी हमारे घर से चली जाती हैं: क्या है सच?
विवरण: यह मान्यता कि रात में झाड़ू लगाने से माँ लक्ष्मी नाराज़ हो जाती हैं, एक प्रकार का अंधविश्वास है। दरअसल, सफ़ाई का संबंध स्वच्छता और स्वास्थ्य से है, और कोई भी ईश्वर या देवी-देवता स्वच्छता से नाराज़ नहीं हो सकते।
वीडियो शीर्षक:क्या उत्तर दिशा में सोना पितरों का अपमान है या सनातन विज्ञान? सच क्या है?
विवरण: उत्तरी दिशा में सोना पितरों का अपमान है या सनातन विज्ञान? हमारे पूर्वजों के इस महान विचार के पीछे कौन सा वैज्ञानिक कारण था, इसे समझना बहुत ज़रूरी है। यदि हम सत्य तक नहीं पहुँच पाते, तो यह हमारे महान पूर्वजों का अपमान होगा।
विवरण: क्या सती प्रथा सनातन संस्कृति का हिस्सा थी या यह एक सामाजिक दोष था जो मध्यकाल में शुरू हुआ। पहले हम सती का अर्थ समझ लेते हैं। सती का मतलब क्या था? बाद में समाज में यह एक अभिशाप क्यों बन गया। सती का शाब्दिक अर्थ है "सत्यवान" या "धर्मपरायण"। मूल रूप से यह शब्द उस महिला के लिए प्रयुक्त होता था जो अपने पति के प्रति अत्यंत निष्ठावान और समर्पित होती थी। पौराणिक कथाओं में सती का सबसे प्रसिद्ध उदाहरण देवी सती हैं, जिन्होंने अपने पिता द्वारा शिव का अपमान किए जाने पर अपने प्राण त्याग दिए थे।
वीडियो शीर्षक:क्या बाल विवाह सनातन संस्कृति की देन है?
विवरण: क्या बाल विवाह सनातन संस्कृति का हिस्सा था या यह एक मध्यकालीन दोष था जो समाज में उत्पन्न हुआ। मैं अपने चैनल के माध्यम से आप सभी को यह बताने का प्रयास कर रहा हूँ कि बहुत सी कुरीतियाँ भारत की धरती पर समाज में आईं, पर उनका कारण क्या था। सनातन का सत्य क्या है, और जो कुरीतियाँ समाज में फैलीं, उनके लिए दोषी कौन है। ताकि अब हम सही निष्कर्ष पर पहुँचकर सनातन सिद्धांतों को समझ सकें
वीडियो शीर्षक: क्या गाय के गोबर से घर को लीपना अंधविश्वास है या इसका कोई वैज्ञानिक आधार भी है?
विवरण: सनातन संस्कृति में गाय को अत्यधिक महत्व और श्रद्धा का स्थान प्राप्त है। इसे धार्मिक, सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और सामाजिक दृष्टिकोण से पूजनीय माना गया है। गाय का महत्व bahut sare पहलुओं se देखा जा सकता है: गाय को "गौ माता" कहा जाता है क्योंकि उसे धरती पर जीवन देने वाली माता के रूप में देखा जाता है। उसके दूध, घी, गोबर और मूत्र को स्वास्थ्य और कृषि के लिए उपयोगी माना जाता है, जिससे जीवन को संजीवनी मिलती है। इस कारण उसे माता का दर्जा दिया गया है। समझते हैं,इसके पीछे क्या कारण है।
वीडियो शीर्षक: क्या गंगा जल का महत्व केवल धार्मिक कारणों से है या इसका वैज्ञानिक महत्व भी है?
विवरण: वेद, पुराण, रामायण, महाभारत जैसे धार्मिक ग्रंथों में गंगा की महिमा का विस्तृत वर्णन किया गया है। गंगा जल की धार्मिक मान्यता केवल पवित्रता और मोक्ष के प्रतीक के रूप में नहीं है, बल्कि इसके पीछे गहरा वैज्ञानिक पहलू भी है।आइए इसके पीछे के सत्य को समझें।
वीडियो शीर्षक:घर से निकलते समय छींक आ जाए, तो यह अशुभ संकेत है? क्या इसके पीछे सनातन विज्ञान है?
विवरण: प्राचीन काल में सामाजिक परंपराओं में जब कोई महत्वपूर्ण कार्य के लिए घर से निकले और उसे छींक आ जाए, तो इसे अशुभ संकेत माना जाता था। इस मान्यता के कारण, छींकने के बाद कुछ विशेष नियमों का पालन किया जाता था, जैसे पानी पीना या कुछ समय रुकना, ताकि बुरी नजर या अशुभ शक्तियों से बचा जा सके। यह आदतें शांति और शुभता के लिए अपनाई जाती थीं। समझते हैं,इसके पीछे क्या कारण था।
वीडियो शीर्षक: घर से निकलते हुए किसी को टोकना अशुभ संकेत है या सनातन मनोवैज्ञानिक सिद्धांत?
विवरण: क्या किसी बड़ी महत्वपूर्ण कार्य के लिए घर से निकलते हुए किसी को टोकना अशुभ संकेत माना जाए, या इसका कोई मनोवैज्ञानिक सिद्धांत भी है? हम अपने महान पूर्वजों के इस सिद्धांत या नियम के पीछे के कारणों को जानने का प्रयत्न करते हैं। इस सोच को भी हमें उस समय के काल के हिसाब से समझना होगा, न कि वर्तमान समय के संदर्भ में।यह सिद्धांत हमारे पूर्वजों ने उस समय के लिए बनाया था जब वे किसी बड़ी महत्वपूर्ण कार्य के लिए लंबी यात्राओं पर जाते थे। इस सिद्धांत का पालन लंबी यात्राओं के लिए किया जाता था, न कि जीवन की...
वीडियो शीर्षक: पीपल और बरगद के पेड़ को काटना अशुभ क्यों माना जाता है?
विवरण: आज हमारी चर्चा का विषय है कि सनातन संस्कृति में पीपल और बरगद के पेड़ को काटना अशुभ क्यों माना गया है। क्या इसके पीछे सिर्फ धार्मिक कारण हैं या इसके पीछे भी सनातन विज्ञान छिपा हुआ है? हम सनातन संस्कृति को कितनी गहराई से समझते हैं, यह एक बड़ा प्रश्न है। हमारे पूर्वजों द्वारा बताई गई बातें क्या केवल मनगढ़ंत कहानियाँ हैं या उनके पीछे कोई गूढ़ रहस्य छुपा हुआ है? समझते हैं,इसके पीछे क्या कारण था
वीडियो शीर्षक: क्या प्याज़ और लहसुन पाप हैं?
विवरण: क्या प्याज-लहसुन खाना पाप है? क्या ऐसा करने से परब्रह्म हमसे रूठ जाते हैं? क्या यह इतना बड़ा पाप है जिसका कोई निवारण नहीं है? हम कभी भी सनातन संस्कृति को समझ नहीं पाए, और इसका परिणाम यह हुआ कि समाज ने यह मान लिया कि लहसुन-प्याज खा लेने से आप पाप के भागी हो जाते हैं। हमारे महान ऋषि-मुनि, जो प्राचीन काल के वैज्ञानिक थे, उन्होंने बहुत सी बातें बताईं और समाज की बेहतरी के लिए कई नियम बनाए। लेकिन लोग उन नियमों के पीछे के कारणों को कभी समझ नहीं पाए और बस अंधाधुंध उनका पालन किया। समझते हैं,इसके पीछे क्या कारण है।
वीडियो शीर्षक: सनातन धर्म की वैज्ञानिकता- शंख का उपयोग?
विवरण: क्या सनातन धर्म में अपनाई गई परंपराएँ और पद्धतियाँ अवैज्ञानिक हैं। मैं वेदांती सत्य के माध्यम से इस मिथक को तोड़ने का प्रयास कर रहा हूँ। मैंने पहले भी कहा है कि सनातन धर्म में जो परंपराएँ प्रचलित हैं, उनका आधार या तो सामाजिक है या वैज्ञानिक। समझते हैं,इसके पीछे क्या कारण था...