विवरण: परमपूज्य माँ मीरा बाई (जन्म 1498 ई.) भारत की महान भक्त कवियत्री और भगवान श्रीकृष्ण की अनन्य भक्त थीं। 🙏✨ माँ मीरा बाई का जीवन भक्ति, प्रेम और ईश्वर समर्पण से पूर्ण था। उनके भजन और रचनाएँ आज भी भक्तों के लिए प्रेरणा और आध्यात्मिक मार्गदर्शन का स्रोत हैं। 🕉️📿
विवरण: परमपूज्य संत रविदास (जन्म 1450 ई.) एक महान संत, समाज सुधारक और भक्त कवि थे। 🙏✨ वे भक्ति आंदोलन के प्रमुख स्तंभों में से एक माने जाते हैं। उनकी रचनाएँ प्रेम, समानता और ईश्वर-भक्ति से ओतप्रोत हैं। उन्होंने जाति-पांति, ऊँच-नीच और भेदभाव का विरोध करते हुए समाज को सच्चे मानव धर्म का संदेश दिया। 🕉️📿
🕉️ परमपूज्य आदि गुरु शंकराचार्य जी 🕉️
विवरण: परमपूज्य आदि गुरु शंकराचार्य (जन्म 788 ई.) भारतीय दर्शन के अद्वितीय संत, महान दार्शनिक और अद्वैत वेदांत के प्रवर्तक थे। 🙏✨ उन्होंने अल्पायु में ही भारतवर्ष के कोने-कोने में भ्रमण कर धर्म, संस्कृति और वेदांत का पुनर्जागरण किया। शंकराचार्य जी ने यह सिद्ध किया कि "ब्रह्म सत्य है और जगत मिथ्या"। 🕉️📿
🕉️ परमपूज्य चैतन्य महाप्रभु जी 🕉️
विवरण: परमपूज्य चैतन्य महाप्रभु (जन्म 1486 ई.) गौड़ीय वैष्णव परंपरा के महान संत, भक्त और समाज सुधारक थे। 🙏✨ उन्हें भगवान श्रीकृष्ण का अवतार माना जाता है, जिन्होंने प्रेम-भक्ति, कीर्तन और हरिनाम संकीर्तन के माध्यम से भक्ति आंदोलन को नई ऊँचाई दी। उनका संदेश था – "हरि नाम ही कलियुग का सबसे बड़ा साधन है।" 🕉️📿
विवरण: परमपूज्य गोस्वामी तुलसीदास (जन्म 1532 ई.) एक महान संत, भक्त कवि और हिन्दी साहित्य के अविस्मरणीय स्तंभ थे। 🙏✨ उन्होंने भगवान श्रीराम के जीवन और आदर्शों का अद्भुत प्रचार किया और भक्ति साहित्य को आम जन तक पहुँचाया। तुलसीदास जी की रचनाएँ प्रेम, भक्ति, नैतिकता और समाज सुधार से ओतप्रोत हैं। 🕉️📿
🕉️ परमपूज्य रामानुजाचार्य जी 🕉️
विवरण: परमपूज्य रामानुजाचार्य (जन्म 1017 ई.) एक महान दार्शनिक, संत और वेदांत के विशिष्ट योगी थे। 🙏✨ वे श्रीवैयष्णव सम्प्रदाय के प्रवर्तक माने जाते हैं और उन्होंने विशिष्टाद्वैत वेदांत का सिद्धांत प्रतिपादित किया। रामानुजाचार्य जी का जीवन भक्ति, ज्ञान और सेवा का अनूठा मिश्रण था। 🕉️📿
विवरण: परमपूज्य संत तुकाराम (जन्म 1608 ई.) महाराष्ट्र के महान संत, भक्त कवि और विठोबा के अनन्य भक्त थे। 🙏✨ वे वारी पद्धति और अभंग भक्ति के प्रमुख स्तंभ माने जाते हैं। तुकाराम जी की रचनाएँ प्रेम, भक्ति और समाज सुधार से ओतप्रोत हैं और आज भी भक्तजन के लिए मार्गदर्शक हैं। 🕉️📿
🕉️ परमपूज्य संत ज्ञानेश्वर जी 🕉️
विवरण:परमपूज्य संत ज्ञानेश्वर (जन्म 1275 ई.) महाराष्ट्र के महान संत, दार्शनिक और भक्त कवि थे। 🙏✨ उन्हें वचनमाला और ज्ञानेश्वरी ग्रंथों के लिए जाना जाता है। ज्ञानेश्वर जी ने भक्तों को भगवान विठोबा और भक्ति के मार्ग पर प्रेरित किया और समाज में सच्ची भक्ति का संदेश फैलाया। 🕉️📿
🕉️ परमपूज्य रामकृष्ण परमहंस जी 🕉️
विवरण: परमपूज्य रामकृष्ण परमहंस जी(जन्म 1836 ई.) भारत के महान संत, भक्त, और आध्यात्मिक गुरु थे। 🙏✨ वे भारतीय भक्ति और अद्वैत वेदांत परंपरा के महान प्रेरक थे। रामकृष्ण परमहंस का जीवन सरलता, भक्ति, और ईश्वर प्रेम से परिपूर्ण था। 🕉️📿
🕉️ परमपूज्य स्वामी विवेकानंद जी 🕉️
विवरण: परमपूज्य स्वामी विवेकानंद जी(जन्म 12 जनवरी 1863 ई.) भारत के महान योगी, दार्शनिक और समाज सुधारक थे। 🙏✨ वे रामकृष्ण परमहंस के प्रमुख शिष्य और आधुनिक भारत में वेदांत और योग के प्रचारक माने जाते हैं। स्वामी विवेकानंद ने युवाओं, समाज और राष्ट्र के लिए जीवन को आदर्श बनाने का संदेश दिया। 🕉️📿